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बालाघाट लोक सभा की टिकिट होल्ड की गई, ढाल सिंह बिसेन का क्या होगा-

---- भारतीय जनता पार्टी किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेती। यही कारण है कि छोटे से छोटा चुनाव हो या बड़े से बड़ा चुनाव हो भारतीय जनता पार्टी फूंक फूंक कर कदम रखती है। एक तरफ इंडिया गठबंधन शीट शेयरिंग के मामले में उलझी हुई है वही दूसरी तरफ विधान सभा चुनाव की तरह भाजपा ने प्रत्याशियों की घोषणा करना प्रारंभ कर दिया। शनिवार को भाजपा ने प्रदेश की 195 लोक सभा सीट से प्रत्याशियों की अधिकृत घोषणा किया जिसमे मध्य प्रदेश की 29 लोक सभा में 24 लोकसभा सीट में प्रत्याशियों की अधिकृत घोषणा कर दी गई । भाजपा ने जिन 05 सीटों को होल्ड किया है उनमें छिंदवाड़ा, इंदौर, उज्जैन, बालाघाट और धार  शामिल है। वैसे बालाघाट लोक सभा को होल्ड क्यों किया गया यह तो पार्टी का नेतृत्व जाने लेकिन अंदर खाने से आ रही खबरों की माने तो मौजूदा सांसद डॉक्टर ढाल सिंह बिसेन एक बार फिर टिकिट पाने प्रयास कर रहे है। हालांकि सर्वे में डॉक्टर ढाल सिंह बिसेन कमजोर प्रत्याशी बताए जा रहे है । सूत्र तो यह भी बताते है की 2019 के लोक सभा चुनाव में डॉक्टर ढाल सिंह बिसेन को टिकिट दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गौरीशंकर बिसेन को चुनाव जीतने के बाद ढाल सिंह बिसेन ने दरकिनार कर दिया था। कई बार सार्वजनिक मंच से गौरीशंकर बिसेन ने ढाल सिंह बिसेन को चुनौती भी दिया। सांसद ढाल सिंह बिसेन के द्वारा ग्राम पंचायतों को वितरित किए गए टेंकरो और यात्री प्रतीक्षालय की गुणवत्ता को लेकर भी उन्होंने कई बार सवाल भी उठाए थे अंदर खानों से आ रही खबरों की माने तो इस बार बालाघाट की राजनीति 2019 की तरह फंस गई है। 2019 में  गौरीशंकर बिसेन अपनी पुत्री मौसम बिसेन को टिकिट दिलाना चाहते थे । उनका तत्कालीन सांसद बोध सिंह भगत से भी जमकर विवाद रहा। 2019 में गौरीशंकर बिसेन यह नहीं चाहते थे की बोध सिंह भगत को टिकिट मिले जिसके लिए उन्होंने डॉक्टर ढाल सिंह बिसेन की पैरवी किया था और उन्हें टिकट दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था। इस बार गौरीशंकर बिसेन यह नहीं चाहते की ढाल सिंह बिसेन को टिकिट मिले । वैसे ढाल सिंह बिसेन की निष्क्रीय कार्यप्रणाली के साथ साथ उनकी अधिक उम्र भी उनके लिए परेशानी का कारण बन सकती है। भाजपा के पैनल में जो नाम बताए जा रहे है उनमें गौरीशंकर बिसेन, वैभव पवार और रमेश भटेरे शामिल है जिनमे से गौरीशंकर बिसेन की बढ़ती उम्र भी उनके लिए परेशानी का कारण होगा ऐसे में बालाघाट से किसी नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है । वैसे बालाघाट लोक सभा की सीट होल्ड होने से डॉक्टर ढाल सिंह बिसेन के समर्थको के भीतर भी बैचेनी देखी जा सकती है।